डिजिटल डुनिया में भटकती हुई सतह का पर्दाफाश: गूगल और क्रोम के खतरनाक गहराई में उलझन
क्या आपको पता है कि जब आप अपने फोन पर सर्च करते हैं,
तो आपकी गूगल खाता सभी उपयुक्त जानकारी को रिकॉर्ड कर रहा है? क्या आपने कभी सोचा है कि आपके ब्राउजिंग इतिहास में जो वेबसाइट्स आप खोजते हैं, वो बिल्कुल निजी है? नहीं तो आज ही हम आपको उन गहराईयों में ले जाएंगे जिनमें गूगल और क्रोम आपको उलझान में डाल सकते हैं।
इस दिजिटल युग में, जब हम अपने फोन या कंप्यूटर पर ब्राउजिंग करते हैं, हम सामाजिक नेटवर्क पर समय बिताने के रूप में अद्वितीय और व्यक्तिगत जानकारी को साझा करते हैं। लेकिन क्या हम यह सोचते हैं कि यह जानकारी हमारे सर्च इतिहास में संग्रहित होती है और कैसे यह हमारी निजता को प्रभावित कर सकती है? गूगल और उनके ब्राउजर क्रोम के लिए, हमारा इनपुट उनके डेटा बेस का हिस्सा बन जाता है, जिसे वे अपने सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए उपयोग करते हैं, लेकिन इससे निजता के मुद्दों को उठाने में भी कोई शक नहीं है।
ब्राउजिंग इतिहास और सर्च इतिहास का संग्रहण एक बड़ा विवाद का विषय बन चुका है। गूगल, जिसका प्रमुख ध्यान डेटा कलेक्शन और विज्ञापनों के लिए होता है, यह सभी जानकारी को संग्रहित करता है ताकि वह विज्ञापनों को तारगता दे सके और सेवाओं को अनुकूलित कर सके। इसके बावजूद, बहुत से लोगों को यह बात स्पष्ट नहीं है कि उनका डेटा कैसे उपयोग किया जाता है और कैसे वे इस पर नियंत्रण रख सकते हैं।
अब आता है चौंकाने वाला तथ्य: आपके सर्च इतिहास को गूगल डेटा के लिए खोला जा सकता है और इसे आपके गूगल खाते के लिए एक्सेस किया जा सकता है। जब आप गूगल पर कुछ भी सर्च करते हैं, तो वह जानता है कि आप किस विषय में रुचि रखते हैं, किन वेबसाइट्स पर आप जा रहे हैं, और आपकी व्यक्तिगत पसंद क्या है। यह जानकारी गूगल को आ
पको अधिक अनुकूलित विज्ञापन दिखाने में मदद करती है, लेकिन इसका इस्तेमाल भी आपकी निजीता पर प्रभाव डाल सकता है।
क्या आप चाहते हैं कि गूगल आपके बारे में इतनी बहुत जानकारी रखे? यह कैसे हो सकता है कि हमारी सर्च की हर जानकारी रिकॉर्ड होती है? ध्यान देने वाली बात यह है कि गूगल की यह सुविधा स्वतंत्र रूप से अक्सेस की जा सकती है, जिसका मतलब है कि अन्य लोग भी आपके सर्च इतिहास को देख सकते हैं, जो कि आपकी निजीता के लिए खतरा हो सकता है।
अब चलिए हम बात करते हैं क्रोम के बारे में। क्या आप जानते हैं कि क्रोम भी आपके ब्राउजिंग हिस्ट्री को रिकॉर्ड करता है? जब आप इंटरनेट पर कुछ भी खोजते हैं, तो क्रोम इसे आपके सिस्टम में संग्रहित करता है। इसका अर्थ है कि अगर किसी को आपके कंप्यूटर या मोबाइल को एक्सेस करने की अनुमति मिल जाती है, तो वह आपके सारे ब्राउजिंग इतिहास को देख सकता है।
क्रोम के साथ आपकी गहरी जुड़ाव यह है कि आप अपने ब्राउजिंग इतिहास को सीधे अपने गूगल खाते में संग्रहित कर सकते हैं। यह उपयोगकर्ता को सुविधा प्रदान करता है, लेकिन यह भी अधिक बड़े निजीता खतरे को खोल सकता है। यदि किसी को आपके गूगल खाते का एक्सेस मिल जाता है, तो वह आपके सारे ब्राउजिंग इतिहास को देख सकता है, जिससे आपकी निजीता की समस्या हो सकती है।
इस तरह की जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए, यहां कुछ उपाय दिए गए हैं जो आपकी निजीता को संरक्षित रख सकते हैं:
1. गूगल सर्च इतिहास को साफ करें: आप अपने गूगल खाते में लॉग इन करके अपने सर्च इतिहास को देख सकते हैं और इसे साफ कर सकते हैं। आप विशेष सर्च भी हटा सकते हैं, या फिर सभी सर्च इतिहास को एक साथ मिटा सकते हैं।
2. क्रोम ब्राउजिंग हिस्ट्री को साफ करें: क्रोम में, आप ब्राउजिंग हिस्ट्री को साफ करने के लिए "History" विकल्प का उपयोग कर सकते हैं। वहां, आप इतिहास को साफ करने के लिए "Clear browsing data" पर क्लिक कर सकते हैं और विविध विकल्पों का उपयोग करके इसे साफ कर सकते हैं।
3. गूगल डेटा और निजीता सेटिंग्स को समीक्षा करें: आपके गूगल खाते में लॉग इन करके, आप अपनी निजीता और डेटा संरक्षण सेटिंग्स को समीक्षा कर सकते हैं। वहां, आप अपनी सर्च इतिहास और अन्य डेटा संबंधित विकल्पों को प्रबंधित कर सकते हैं और इन्हें अपनी पसंद के अनुसार बदल सकते हैं।
4. प्राइवेट ब्राउजिंग उपयोग करें: अगर आपको वास्तविक सर्च इतिहास को साफ करने की चिंता है, तो आप प्राइवेट ब्राउजिंग मोड का उपयोग कर सकते हैं जो आपके ब्राउजिंग डेटा को स्थायी रूप से संग्रहित नहीं करता है।
5. अनुसरण और परीक्षण: नियमित अंतराल पर अपने गूगल और क्रोम सेटिंग्स को जाँचना महत्वपूर्ण है। नए अपडेट और सुधारों को ध्यान में रखते हुए, अपनी निजीता और डेटा संरक्षण की स्थिति को सुनिश्चित करें।
निजीता एक महत्वपूर्ण मुद्दा है जो हर उपयोगकर्ता को सावधान रहने की आवश्यकता है। गूगल और क्रोम जैसे विज्ञापन और डेटा संग्रहण के बड़े खिलाड़ियों के साथ, आपको अपनी निजीता को संरक्षित रखने के लिए सतर्क रहना होगा। उपर्युक्त उपायों का पालन करके, आप अपने डिजिटल जीवन को सुरक्षित बना सकते हैं और अपनी निजीता की रक्षा कर सकते हैं।
6. सेंसिटिव जानकारी को सावधानी से साझा करें: जब भी संभव हो, साइबर आपातकालीन समयों में, सेंसिटिव जानकारी को साझा करने से बचें। केवल उस व्यक्ति के साथ जानकारी साझा करें जिस पर आप पूरी तरह से विश्वास करते हैं और जिसे आपका विश्वास पूरी तरह से पता है।
7. सेंसिटिव डेटा को सुरक्षित रखें: जिस कोई भी सेंसिटिव डेटा है, जैसे कि बैंक खाता जानकारी और निजी व्यक्तिगत जानकारी, को सुरक्षित रखें। यह सुनिश्चित करने के लिए कि किसी भी अनधिकृत उपयोग से बचा जा सके, सुरक्षा सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें और नियमित रूप से संबंधित सुरक्षा सुविधाओं को अपडेट करें।
8. नए सेवाओं और ऐप्स को समीक्षा करें: जब भी आप नई ऐप्स या ऑनलाइन सेवाओं का उपयोग करते हैं, उनकी गोपनीयता नीतियों और शर्तों को समझें। साथ ही, उनकी समीक्षा करें और जांचें कि क्या वे आपकी निजीता को संरक्षित रखने के लिए उपयुक्त हैं।
9. गूगल और क्रोम को अपडेट करें: नवीनतम सुरक्षा और गोपनीयता सुधारों के लिए आपके गूगल और क्रोम ऐप्स को समय-समय पर अपडेट करें। नए सुरक्षा सुविधाओं को प्राप्त करने के लिए नियमित रूप से अपडेट करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
10. अधिक शिक्षा प्राप्त करें: अंततः, आपके डिजिटल सुरक्षा और गोपनीयता के विषय में अधिक जानकारी प्राप्त करें। नियमित रूप से नवीनतम उपयुक्त और विशेषज्ञता प्राप्त करने के लिए नेटवर्किंग समुदायों और संसाधनों से जुड़ें।
गूगल और क्रोम जैसे डिजिटल सेवाओं का उपयोग करने में सावधानी बरतना अत्यंत महत्वपूर्ण है। निजीता को ध्यान में रखते हुए, हमेशा याद रखें कि आपकी डिजिटल सुरक्षा आपके हाथों में है। उपर्युक्त सुझावों का पालन करके, आप अपने डिजिटल जीवन को सुरक्षित बना सकते हैं और इसे हमेशा ताजा और सुरक्षित रख सकते हैं।
फोन पर ऐसा-वैसा करते हैं सर्च, Google से रहें सतर्क; ऐसे क्लीन करें Chrome पर ब्राउजिंग हिस्ट्री#Google #Chrome #JagranTechhttps://t.co/Y5SdbaGu0c
— Dainik Jagran (@JagranNews) March 28, 2024
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