जब चाचा शिवपाल की अंगुली ने अखिलेश को पकड़ा, तो समय का परिचय नकली था।
स्कूल की वापसी की संध्या थी, जिसमें एक अजीब घटना घटी।
क्या था वो रहस्यमय पत्र, जिसने सभी को आश्चर्यचकित कर दिया? बाप-बेटे के बीच उस चिट्ठी का क्या राज़ था, जो मंच पर सामने आया?
यह सभी का मन उड़ाने लगा। घटना का संकेत था, जो दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर दिया। शायद ही कोई ऐसा हो, जो इस घटना को सुलझा सके। चाचा शिवपाल के आंकड़े अप्रत्याशित थे, जब उन्होंने अखिलेश को उस अज्ञात यात्री के साथ देखा। फिर वह स्कूल गए और बात चिट्ठी की पहुंचते ही उसके माध्यम से हार गए।
चाचा शिवपाल के चेहरे पर एक अजीब सा उत्साह था, जो इस घटना को और रहस्यमय बनाता था। वे बाप-बेटे के बीच की यह विचित्र तकरार क्या थी, जिसका एक प्रकार से अखिलेश ने प्रस्तुत किया? क्या वास्तव में उनके बीच आंदोलन हो रहा था, जैसे कि चिट्ठी में आया था? या फिर इसके पीछे कोई और रहस्य था?
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क्या वास्तव में उनके बीच ऐसा आत्मसंघर्ष था, जो चिट्ठी में दिखाई दे रहा था? या फिर इसके पीछे कोई और अद्भुत रहस्य छुपा हुआ था?
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— Dainik Jagran (@JagranNews) May 6, 2024
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