भ्रामक विज्ञापनों के दुष्प्रभाव हेतु पत्र

भ्रामक विज्ञापनों के दुष्प्रभाव हेतु पत्र

१२५, विकास नगर ,
नयी दिल्ली – ७५
दिनांकः २०/०३/२०१८

सेवा में ,
संपादक महोदय ,
दैनिक भास्कर ,
दिल्ली – ७०

विषय – समाचार पत्र पत्रिकाओं में छपने वाले भ्रामक विज्ञापनों के दुष्प्रभाव हेतु . 

महोदय ,

मैं आपके प्रतिष्ठित समाचार पत्र के माध्यम से मैं आपका ध्यान पत्र पत्रिकाओं में छपने वाले भ्रामक विज्ञापनों की ओर आकर्षित करना चाहता हूँ . आज हमें दूरदर्शन ,पत्र पत्रिकाओं आदि सभी जगह विभिन्न विज्ञापन देखने को मिलते हैं . कुछ विज्ञापन के माध्यम से हमें नयी – नयी जानकारी  मिलती हैं तो कई विज्ञापन ऐसे भी देखने को मिलते हैं जिनमे आम – जनता को बेवकूफ बनाया जाता हैं . इससे भोली भाली जनता और नयी पीढ़ी के युवा भ्रमित हो जाते हैं .इन सबके बावजूद सबसे हैरानी की बात है कि ऐसे विज्ञापन देने वाले के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होती हैं .जब की आम – जनता इन विज्ञापनों के चक्कर में आकर अपना समय और धन की बर्बादी करती हैं .
अतः महोदय ,आपके प्रतिष्ठित दैनिक पत्र के माध्यम से मेरा सरकार को अनुरोध है कि वह इस सम्बन्ध में उचित व त्वरित कार्यवाही करें ,जिससे आम जनता ऐसे भ्रामक विज्ञापनों के जाल में न फँसे.
सधन्यवाद

भवदीय
रजनीश सिंह