अनेक शब्दों के लिए एक शब्द
भाषा में कई शब्दों के स्थान पर एक शब्द बोल कर हम भाषा को प्रभावशाली एवं आकर्षक बनाते है। जैसे –
राम बहुत सुन्दर कहानी लिखता है। अनेक शब्दों के स्थान पर हम एक ही शब्द ‘कहानीकार‘ का प्रयोग कर सकते है । इसी प्रकार ,अनेक शब्दों के स्थान पर एक शब्द का प्रयोग कर सकते है। यहां पर अनेक शब्दों के लिए एक शब्द के कुछ उदाहरण दिए जा रहे है :
.जो दिखाई न दे – अदृश्य
२.जिसका जन्म न हो – अजन्मा
३.जिसका कोई शत्रु न हो – अजातशत्रु
४.जो बूढ़ा न हो – अजर
५.जो कभी न मरे – अमर
६.जो पढ़ा –लिखा न हो – अपढ़ ,अनपढ़
७.जिसके कोई संतान न हो – निसंतान
८.जो उदार न हो – अनुदार
९. जिसमे धैर्य न हो – अधीर
१०.जिसमे सहन शक्ति हो – सहिष्णु
११.जिसके समान दूसरा न हो – अनुपम
१२.जिस पर विश्वास न किया जा सके – अविश्वनीय
१३.जिसकी थाह न हो – अथाह
१४.दूर की सोचने वाला – दूरदर्शी
१५.जो दूसरों पर अत्याचार करें – अत्याचारी
१६.जिसके पास कुछ भी न हो – अकिंचन
१७.दुसरे देश से अपने देश में समान आना – आयात
१८.अपने देश से दुसरे देश में समान जाना – निर्यात
१९.जो कभी नष्ट न हो – अनश्वर
२०.जिसे कोई जीत न सके – अजेय
२१.अपनी हत्या स्वयं करना – आत्महत्या
२२.जिसे दंड का भय न हो – उदंड
२३.जिस भूमि पर कुछ न उग सके – ऊसर
२४.जनता में प्रचलित सुनी –सुनाई बात – किंवदंती
२५.जो उच्च कुल में उत्पन्न हुआ हो – कुलीन
२६.जिसकी सब जगह बदनामी –कुख्यात
२७.जो क्षमा के योग्य हो – क्षम्य
२८.शीघ्र नष्ट होने वाला – क्षणभंगुर
२९.कुछ दिनों तक बने रहना वाला – टिकाऊ
३०.पति–पत्नी का जोड़ा – दम्पति
३१.जो कम बोलता हो –मितभाषी
३२.जो अधिक बोलता हो – वाचाल
३३.जिसका पति जीवित हो – सधवा
२.जिसका जन्म न हो – अजन्मा
३.जिसका कोई शत्रु न हो – अजातशत्रु
४.जो बूढ़ा न हो – अजर
५.जो कभी न मरे – अमर
६.जो पढ़ा –लिखा न हो – अपढ़ ,अनपढ़
७.जिसके कोई संतान न हो – निसंतान
८.जो उदार न हो – अनुदार
९. जिसमे धैर्य न हो – अधीर
१०.जिसमे सहन शक्ति हो – सहिष्णु
११.जिसके समान दूसरा न हो – अनुपम
१२.जिस पर विश्वास न किया जा सके – अविश्वनीय
१३.जिसकी थाह न हो – अथाह
१४.दूर की सोचने वाला – दूरदर्शी
१५.जो दूसरों पर अत्याचार करें – अत्याचारी
१६.जिसके पास कुछ भी न हो – अकिंचन
१७.दुसरे देश से अपने देश में समान आना – आयात
१८.अपने देश से दुसरे देश में समान जाना – निर्यात
१९.जो कभी नष्ट न हो – अनश्वर
२०.जिसे कोई जीत न सके – अजेय
२१.अपनी हत्या स्वयं करना – आत्महत्या
२२.जिसे दंड का भय न हो – उदंड
२३.जिस भूमि पर कुछ न उग सके – ऊसर
२४.जनता में प्रचलित सुनी –सुनाई बात – किंवदंती
२५.जो उच्च कुल में उत्पन्न हुआ हो – कुलीन
२६.जिसकी सब जगह बदनामी –कुख्यात
२७.जो क्षमा के योग्य हो – क्षम्य
२८.शीघ्र नष्ट होने वाला – क्षणभंगुर
२९.कुछ दिनों तक बने रहना वाला – टिकाऊ
३०.पति–पत्नी का जोड़ा – दम्पति
३१.जो कम बोलता हो –मितभाषी
३२.जो अधिक बोलता हो – वाचाल
३३.जिसका पति जीवित हो – सधवा
३४.जिसमे रस हो – सरस
३५.जिसमे रस न हो – नीरस
३६.भलाई चाहने वाला – हितैषी
३७.दूसरों की बातों में दखल देना – हस्तक्षेप
३८.दिल से होने वाला – हार्दिक
३९.जिसमे दया न हो – निर्दय
४०.जो सब जगह व्याप्त हो –सर्वव्यापक
४१.जानने की इच्छा रखने वाला – जिज्ञासु
४२.सप्ताह में एक बार होने वाला – साप्ताहिक
४३.साहित्य से सम्बन्ध रखने वाला – साहित्यिक
४४.मांस खाने वाला – मांसाहारी
४५.जिसके आने की तिथि न हो – अतिथि
४६.जिसके ह्रदय में दया हो – दयावान
४७.जो चित्र बनाता हो – चित्रकार
४८.विद्या की चाह रखने वाला – विद्यार्थी
४९.हमेशा सत्य बोलने वाला – सत्यवादी
५०.जो देखने योग्य हो – दर्शनीय
५१ . जो धन का दुरुपयोग करता है – अपव्ययी
५२. जहाँ पहुँचा न जा सके – अगम्य
५३ . जिसे जीता न जा सके – अजेय
५४. जिसका अंत न हो – अनन्त
५५. जिसका जन्म न हो सके – अजन्मा .
५६. अवसर के अनुसार बदल जाने वाला – अवसरवादी
५७ . जो कानून के विरुद्ध हो – अवैध
५८ .दूसरे के पीछे चलने वाला – अनुचर
५९ . जिसका कोई स्वामी न हो – अनाथ
३५.जिसमे रस न हो – नीरस
३६.भलाई चाहने वाला – हितैषी
३७.दूसरों की बातों में दखल देना – हस्तक्षेप
३८.दिल से होने वाला – हार्दिक
३९.जिसमे दया न हो – निर्दय
४०.जो सब जगह व्याप्त हो –सर्वव्यापक
४१.जानने की इच्छा रखने वाला – जिज्ञासु
४२.सप्ताह में एक बार होने वाला – साप्ताहिक
४३.साहित्य से सम्बन्ध रखने वाला – साहित्यिक
४४.मांस खाने वाला – मांसाहारी
४५.जिसके आने की तिथि न हो – अतिथि
४६.जिसके ह्रदय में दया हो – दयावान
४७.जो चित्र बनाता हो – चित्रकार
४८.विद्या की चाह रखने वाला – विद्यार्थी
४९.हमेशा सत्य बोलने वाला – सत्यवादी
५०.जो देखने योग्य हो – दर्शनीय
५१ . जो धन का दुरुपयोग करता है – अपव्ययी
५२. जहाँ पहुँचा न जा सके – अगम्य
५३ . जिसे जीता न जा सके – अजेय
५४. जिसका अंत न हो – अनन्त
५५. जिसका जन्म न हो सके – अजन्मा .
५६. अवसर के अनुसार बदल जाने वाला – अवसरवादी
५७ . जो कानून के विरुद्ध हो – अवैध
५८ .दूसरे के पीछे चलने वाला – अनुचर
५९ . जिसका कोई स्वामी न हो – अनाथ
६० .जिसे क्षमा न किया जा सके – अक्षम्य .
६१. जिसका इलाज न हो सके – असाध्य
६२ . जिसका विश्वास न किया जा सके – अविश्वसनीय
६३. जिस पर अभियोग लगाया गया हो – अभियुक्त
६४. जिसमे शक्ति न हो – अशक्त
६५. जो पहले न पढ़ा हो – अपठित
६६. जिसकी कोई उपमा न हो – अनुपम .
६७ . कम जानने वाला – अल्पज्ञ .
६८ . जो कुछ न करता हो – अकर्मण्य
६९. जो दिखाई न दे – अदृश्य
७० . जिसका मूल्य न आँका जा सके – अमूल्य
७१ . जो नष्ट न होने वाला हो – अविनाशी .
७२ . जो आँखों के सामने न हो – अप्रत्यक्ष
७३ . जिसका पार न पाया जाए – अपार .
७४ . जो परिचित न हो – अपरिचित
७५ . जहाँ जाना संभव न हो – अगम .
७६ . चार मुखों वाला – चतुरानन
७७ . दूसरों के दोष को खोजने वाला – छिद्रान्वेसी
७८ . छात्रों के रहने का स्थान – छात्रवास
७९ . जनता द्वारा चलाया जाने वाला राज – जनतंत्र .
८० . जल में रहने वाला – जलचर .
८१ . जो जन्म से अँधा हो – जन्मांध .
८२ . जीने की इच्छा – जिजीविषा .
८३. वह पहाड़ जिससे आग निकलती हो – ज्वालामुखी .
८४ . जो किसी का पक्ष न ले – तटस्थ
६१. जिसका इलाज न हो सके – असाध्य
६२ . जिसका विश्वास न किया जा सके – अविश्वसनीय
६३. जिस पर अभियोग लगाया गया हो – अभियुक्त
६४. जिसमे शक्ति न हो – अशक्त
६५. जो पहले न पढ़ा हो – अपठित
६६. जिसकी कोई उपमा न हो – अनुपम .
६७ . कम जानने वाला – अल्पज्ञ .
६८ . जो कुछ न करता हो – अकर्मण्य
६९. जो दिखाई न दे – अदृश्य
७० . जिसका मूल्य न आँका जा सके – अमूल्य
७१ . जो नष्ट न होने वाला हो – अविनाशी .
७२ . जो आँखों के सामने न हो – अप्रत्यक्ष
७३ . जिसका पार न पाया जाए – अपार .
७४ . जो परिचित न हो – अपरिचित
७५ . जहाँ जाना संभव न हो – अगम .
७६ . चार मुखों वाला – चतुरानन
७७ . दूसरों के दोष को खोजने वाला – छिद्रान्वेसी
७८ . छात्रों के रहने का स्थान – छात्रवास
७९ . जनता द्वारा चलाया जाने वाला राज – जनतंत्र .
८० . जल में रहने वाला – जलचर .
८१ . जो जन्म से अँधा हो – जन्मांध .
८२ . जीने की इच्छा – जिजीविषा .
८३. वह पहाड़ जिससे आग निकलती हो – ज्वालामुखी .
८४ . जो किसी का पक्ष न ले – तटस्थ
८५ . जिसकी तीन भुजाएँ हो – त्रिभुज .
८६ . तीनों लोकों का स्वामी – त्रिलोकी .
८७ . जो पुत्र गोद लिया हो – दत्तक .
८८. बुरे आचरण वाला – दुराचारी .
८९ . जो दो भाषाएँ जानता हो – दुभाषिया .
९० . जिसकी आयु बड़ी लम्बी हो – दीर्घायु
९१ . प्रतिदिन होने वाला – प्रतिदिन .
९२ . बुरे चरित्र वाला – दुश्चरित्र .
९३. जिसमे दया हो – दयालु .
९४. जो कठिनाई से प्राप्त हो – दुर्लभ .
९५. जहाँ पहुँचना कठिन हो – दुर्गम .
९६ . दर्द से भरा हुआ – दर्दनाक .
९७ . जो धर्म का काम करे – धर्मात्मा .
९८ . जिसका कोई अर्थ न हो – निरर्थक .
९९ . जिसके मन में कोई कपट न हो – निष्कपट .
१००. जो अभी – अभी पैदा हुआ हो – नवजात .
१०१ . परदेश में जाकर बस जाने वाला – प्रवासी
१०२. जो सबके साथ प्रेमपूर्वक बोलता हो – प्रियभाषी
१०३. इतिहास से पहले का – प्रागैतिहासिक
१०४. फल खाकर ही रहने वाला – फलाहारी .
१०५. बच्चों के लिए उपयोगी – बालोपयोगी .
१०६. जिस स्त्री की संतान न हो – बंध्या .
१०७. अवश्य होने वाली घटना – अवश्यंभावी
१०८. जिसकी आत्मा महान हो – महात्मा .
१०९. मास में एक बार होने वाला – मासिक .
११०. युद्ध में स्थिर रहने वाला – युधिष्ठिर.
१११. शक्ति के अनुसार – यथाशक्ति .
११२. अत्यंत सुन्दर स्त्री – रूपसी .
११३. खून से रंगा हुआ – रक्तरंजित.
११४. रजोगुण सम्बन्धी – राजसी .
११५. लोहे के समान दृढ निश्चय वाला – लौहपुरुष.
८६ . तीनों लोकों का स्वामी – त्रिलोकी .
८७ . जो पुत्र गोद लिया हो – दत्तक .
८८. बुरे आचरण वाला – दुराचारी .
८९ . जो दो भाषाएँ जानता हो – दुभाषिया .
९० . जिसकी आयु बड़ी लम्बी हो – दीर्घायु
९१ . प्रतिदिन होने वाला – प्रतिदिन .
९२ . बुरे चरित्र वाला – दुश्चरित्र .
९३. जिसमे दया हो – दयालु .
९४. जो कठिनाई से प्राप्त हो – दुर्लभ .
९५. जहाँ पहुँचना कठिन हो – दुर्गम .
९६ . दर्द से भरा हुआ – दर्दनाक .
९७ . जो धर्म का काम करे – धर्मात्मा .
९८ . जिसका कोई अर्थ न हो – निरर्थक .
९९ . जिसके मन में कोई कपट न हो – निष्कपट .
१००. जो अभी – अभी पैदा हुआ हो – नवजात .
१०१ . परदेश में जाकर बस जाने वाला – प्रवासी
१०२. जो सबके साथ प्रेमपूर्वक बोलता हो – प्रियभाषी
१०३. इतिहास से पहले का – प्रागैतिहासिक
१०४. फल खाकर ही रहने वाला – फलाहारी .
१०५. बच्चों के लिए उपयोगी – बालोपयोगी .
१०६. जिस स्त्री की संतान न हो – बंध्या .
१०७. अवश्य होने वाली घटना – अवश्यंभावी
१०८. जिसकी आत्मा महान हो – महात्मा .
१०९. मास में एक बार होने वाला – मासिक .
११०. युद्ध में स्थिर रहने वाला – युधिष्ठिर.
१११. शक्ति के अनुसार – यथाशक्ति .
११२. अत्यंत सुन्दर स्त्री – रूपसी .
११३. खून से रंगा हुआ – रक्तरंजित.
११४. रजोगुण सम्बन्धी – राजसी .
११५. लोहे के समान दृढ निश्चय वाला – लौहपुरुष.
११६. जिसका इलाज़ न हो – लाइलाज .
११७. किसी विषय का विशेष ज्ञान रखने वाला – विशेषज्ञ.
११८. व्याकरण जानने वाला – वैयाकरण.
११९. विष्णु का उपासक – वैष्णव .
१२०. वर्ष /साल में एक बार होने वाला – वार्षिक .
१२१. जिसका कोई आकार न हो – निराकार .
१२२. शिव का उपासक – शैव .
१२३. हर पन्द्रहवें दिन आने वाला – पाक्षिक .
१२४. एक व्यक्ति का राज – एकतंत्र .
१२५. जिसने ऋण चूका दिया हो – उऋण
१२६. जिसका ध्यान एक स्थान पर हो – एकाग्र
१२७. जो भौतिक सुख – सुविधाओं से युक्त हो – ऐश्वर्यशाली
१२८. जिसकी कल्पना न की जा सके – कल्पनातीत
१२९. जो कठिनाई से पचे – गरिष्ठ
१३० . जो गाया जा सके – गेय
१३१ . जिसे गुप्त रखा जाए – गोपनीय
१३२ . नकली रूप धारण करने वाला – छद्मवेशी
१३३. जो किसी का पक्ष न ले – तटस्थ
१३४. जो छोड़ दिया गया हो – त्यक्त
१३५. जल्दी चलने वाला – द्रुतगामी
१३६. जिसके आरपार देखा जा सके – पारदर्शी
१३७. जो पास हुआ है – पारित
१३८. प्राण देनी वाली – प्राणदा
१३९. जिस स्त्री का पुरुष परदेश गया हुआ हो – प्रोषितपतिका
१४०. ऐतिहासिक युग के पहले का – प्रागैतिहासिक
१४१. जो दूसरों पर आश्रित हो – पराश्रित
१४२. पिता की हत्या करने वाला – पितृहन्ता
१४३. दूसरे के अन्न पर जीने वाला – परान्नभोगी
१४४. अधिक व्यय करने वाला – अपव्ययी
१४५. कम व्यय करने वाला – मितव्ययी
१४६. किसी मत का अनुसरण करने वाला – मतानुयायी
१४७. वीर पुत्र पैदा करने वाली – वीरप्रसू
११७. किसी विषय का विशेष ज्ञान रखने वाला – विशेषज्ञ.
११८. व्याकरण जानने वाला – वैयाकरण.
११९. विष्णु का उपासक – वैष्णव .
१२०. वर्ष /साल में एक बार होने वाला – वार्षिक .
१२१. जिसका कोई आकार न हो – निराकार .
१२२. शिव का उपासक – शैव .
१२३. हर पन्द्रहवें दिन आने वाला – पाक्षिक .
१२४. एक व्यक्ति का राज – एकतंत्र .
१२५. जिसने ऋण चूका दिया हो – उऋण
१२६. जिसका ध्यान एक स्थान पर हो – एकाग्र
१२७. जो भौतिक सुख – सुविधाओं से युक्त हो – ऐश्वर्यशाली
१२८. जिसकी कल्पना न की जा सके – कल्पनातीत
१२९. जो कठिनाई से पचे – गरिष्ठ
१३० . जो गाया जा सके – गेय
१३१ . जिसे गुप्त रखा जाए – गोपनीय
१३२ . नकली रूप धारण करने वाला – छद्मवेशी
१३३. जो किसी का पक्ष न ले – तटस्थ
१३४. जो छोड़ दिया गया हो – त्यक्त
१३५. जल्दी चलने वाला – द्रुतगामी
१३६. जिसके आरपार देखा जा सके – पारदर्शी
१३७. जो पास हुआ है – पारित
१३८. प्राण देनी वाली – प्राणदा
१३९. जिस स्त्री का पुरुष परदेश गया हुआ हो – प्रोषितपतिका
१४०. ऐतिहासिक युग के पहले का – प्रागैतिहासिक
१४१. जो दूसरों पर आश्रित हो – पराश्रित
१४२. पिता की हत्या करने वाला – पितृहन्ता
१४३. दूसरे के अन्न पर जीने वाला – परान्नभोगी
१४४. अधिक व्यय करने वाला – अपव्ययी
१४५. कम व्यय करने वाला – मितव्ययी
१४६. किसी मत का अनुसरण करने वाला – मतानुयायी
१४७. वीर पुत्र पैदा करने वाली – वीरप्रसू
१४८. अच्छे मार्ग पर चलने वाला – सुपथगामी
१४९. बुरे मार्ग पर चलने वाला – विपथगामी
१५०. कई में से एकमात्र – अन्यतम
१५१. बिना पलक झपके – एकटक
१५२. किसी काम में दूसरे से बढ़ने की इच्छा – स्पर्धा
१५३. अन्य से सम्बन्ध न रखने वाला – अनन्य
१५४. भरत – वंशियों से संबध्य – भारत
१५५. जो सबमे साधारण या सामान्य रूप से पाया जाय – सर्वसाधारण
१५६. क्रम के अनुसार – यथाक्रम
१५७. जो बाएं हाथ से तीर चलाता है – सव्यसाची
१५८. मेघ की तरह नाग करने वाला – मेघनाद
१५९. गुरु के समीप रहने वाला विद्यार्थी – अन्तेवासी
१६०. समान उदर से जन्म लेने वाला – सहोदर
१६१. जिसकी थाह न लगायी जा सके – अथाह
१६२ . जो समय बीत चुका है – अतीत
१६३. जो देने योग्य न हो – अदेय
१६४. जो पढ़ा न जा सके – अपाठ्य
१६५ . जो कभी ठीक न हो – असाध्य
१६६. जो कठिनाई से साधित हो – दु:साध्य
१६७. जो अपने स्थान से न डिगे – अडिग
१६८. जो स्थिर न रह सके – अस्थिर
१६९. जिसका मूल्य न आका जा सके – अमूल्य
१७०. जिसके पास कुछ भी न हो – अकिंचन
१७१. जिसका कभी जन्म न हो – अजन्मा
१७२ . जो इन्द्रियों के अनुभव के बाहर हो – अगोचर
१७३. जो स्वाभाविक न हो – अप्राकृतिक
१७४. जो परिश्रमी हो – अध्यवसायी
१७५. जो परिचित न हो – अपरिचित
१७६. जिससे सबकुछ कहा जा सके – अन्तरंग
१७७. बिना सोचे – समझे किसी बात पर विश्वास करने वाला – अंधविश्वासी
१७८. जो किसी पर आधारित हो – अवलंबित
१७९. जो ठीक पका न हो – अपरिपक्व
१४९. बुरे मार्ग पर चलने वाला – विपथगामी
१५०. कई में से एकमात्र – अन्यतम
१५१. बिना पलक झपके – एकटक
१५२. किसी काम में दूसरे से बढ़ने की इच्छा – स्पर्धा
१५३. अन्य से सम्बन्ध न रखने वाला – अनन्य
१५४. भरत – वंशियों से संबध्य – भारत
१५५. जो सबमे साधारण या सामान्य रूप से पाया जाय – सर्वसाधारण
१५६. क्रम के अनुसार – यथाक्रम
१५७. जो बाएं हाथ से तीर चलाता है – सव्यसाची
१५८. मेघ की तरह नाग करने वाला – मेघनाद
१५९. गुरु के समीप रहने वाला विद्यार्थी – अन्तेवासी
१६०. समान उदर से जन्म लेने वाला – सहोदर
१६१. जिसकी थाह न लगायी जा सके – अथाह
१६२ . जो समय बीत चुका है – अतीत
१६३. जो देने योग्य न हो – अदेय
१६४. जो पढ़ा न जा सके – अपाठ्य
१६५ . जो कभी ठीक न हो – असाध्य
१६६. जो कठिनाई से साधित हो – दु:साध्य
१६७. जो अपने स्थान से न डिगे – अडिग
१६८. जो स्थिर न रह सके – अस्थिर
१६९. जिसका मूल्य न आका जा सके – अमूल्य
१७०. जिसके पास कुछ भी न हो – अकिंचन
१७१. जिसका कभी जन्म न हो – अजन्मा
१७२ . जो इन्द्रियों के अनुभव के बाहर हो – अगोचर
१७३. जो स्वाभाविक न हो – अप्राकृतिक
१७४. जो परिश्रमी हो – अध्यवसायी
१७५. जो परिचित न हो – अपरिचित
१७६. जिससे सबकुछ कहा जा सके – अन्तरंग
१७७. बिना सोचे – समझे किसी बात पर विश्वास करने वाला – अंधविश्वासी
१७८. जो किसी पर आधारित हो – अवलंबित
१७९. जो ठीक पका न हो – अपरिपक्व
१८०. जिसके बराबर दूसरा न हो – अद्वितीय
१८१. जिसकी बाहुएँ दीर्घ हैं – दीर्घबाहु
१८२. जिसकी बाहुएँ महान हैं – महाबाहु
१८३. चंद्रमा जैसे मुख वाली – चंद्रमुखी
१८४. वृक जैसे उदर वाला – वृकोदर
१८५. दाम से बंधे पेट वाला – दामोदर
१८६. जिसका दमन कठिन है – दुर्दांत
१८७. जिसका तेज़ निकल गया है – निस्तेज
१८८. जिसकी प्रभा विद्युत की तरह है – विधुत्प्भ
१८९. जो भेदा या तोड़ा न जा सके – अभेद्य
१९०. जो कठिनाई से भेदा या तोड़ा जा सके – दुर्भेद्य
१९१. जो विषय विचार में आ सकता है – विचारगम्य
१९२. जिसकी आशा न की गयी हो – अप्रत्याशित
१९३. जिसका कार्य सिद्ध हो चुका हो – कृतकार्य
१९४. जो मापा न जा सके – अप्रमेय
१९५. जो इच्छा के अधीन हो – इच्छाधीन
१९६. जो दूसरे के स्थान पर अस्थायी रूप से काम करे – स्थानापन्न
१९७. जो पीने योग्य हो – पेय
१९८. एक स्थान से दूसरे स्थान को प्रेषित – स्थानांतरित
१९९. जानने की इच्छा – जिज्ञासा
२००. जीतने की इच्छा – जिगीषा
२०१. तैरने की इच्छा – तितिश्रा
२०२. देखने की इच्छा – दिदृक्षा
२०३. लाभ की इच्छा – लिप्सा
२०४. करने की इच्छा – चिकीर्षा
२०५. आत्मा से समबन्ध रखने वाला – आध्यात्म
२०६. मरण तक – आमरण
१८१. जिसकी बाहुएँ दीर्घ हैं – दीर्घबाहु
१८२. जिसकी बाहुएँ महान हैं – महाबाहु
१८३. चंद्रमा जैसे मुख वाली – चंद्रमुखी
१८४. वृक जैसे उदर वाला – वृकोदर
१८५. दाम से बंधे पेट वाला – दामोदर
१८६. जिसका दमन कठिन है – दुर्दांत
१८७. जिसका तेज़ निकल गया है – निस्तेज
१८८. जिसकी प्रभा विद्युत की तरह है – विधुत्प्भ
१८९. जो भेदा या तोड़ा न जा सके – अभेद्य
१९०. जो कठिनाई से भेदा या तोड़ा जा सके – दुर्भेद्य
१९१. जो विषय विचार में आ सकता है – विचारगम्य
१९२. जिसकी आशा न की गयी हो – अप्रत्याशित
१९३. जिसका कार्य सिद्ध हो चुका हो – कृतकार्य
१९४. जो मापा न जा सके – अप्रमेय
१९५. जो इच्छा के अधीन हो – इच्छाधीन
१९६. जो दूसरे के स्थान पर अस्थायी रूप से काम करे – स्थानापन्न
१९७. जो पीने योग्य हो – पेय
१९८. एक स्थान से दूसरे स्थान को प्रेषित – स्थानांतरित
१९९. जानने की इच्छा – जिज्ञासा
२००. जीतने की इच्छा – जिगीषा
२०१. तैरने की इच्छा – तितिश्रा
२०२. देखने की इच्छा – दिदृक्षा
२०३. लाभ की इच्छा – लिप्सा
२०४. करने की इच्छा – चिकीर्षा
२०५. आत्मा से समबन्ध रखने वाला – आध्यात्म
२०६. मरण तक – आमरण
२०७. जीवन भर – आजीवन
२०८. जन्म भर या जन्म से लेकर – आजन्म
२०९. कष्ट से सिद्ध होने वाला – कष्टसाध्य
२१०. अत्यधिक वृष्टि – अतिवृष्टि
२११. उपकार के प्रति किया गया उपकार – प्रत्युपकार
२१२. दिन पर दिन – दिन प्रतिदिन
२१३. अपने देश में बना हुआ – स्वदेशी
२१४. सौ बर्षों का समाहार – शताब्दी
२१५. एक हज़ार बर्षों का समाहार – सहस्राब्दी
२१६. जन्म से सौ वर्ष बीत जाने पर मनाया जाने वाला उत्सव – जन्मशती
२१७. अक्षर – अक्षर करके या मिलता हुआ – अक्षरश :
२१८. सौ में से सौ – शतप्रतिशत
२१९. जिसका मन किसी अन्य ओर है – अन्यमनस्क
२२०. जो पंचाल देश की है – पांचाली
२२१. द्रुपद की पुत्री – द्रौपदी
२२२. जो यान जल में चलता है – जलयान
२२३. जो यान वायु में चलता है – वायुयान
२२४. जो पुरुष लोहे की तरह बलिष्ठ है – लौहपुरुष
२२५. जो परदे में रहे – पर्दानशीन
२२६. पुरूषों में सबसे उत्तम – पुरषोत्तम
२२७. वह देश जहाँ नदी ही माता हो – नदीमातृक
२२८. जो सबसे आगे ले चलता है – अग्रणी
२२९. सुन्दर ह्रदय वाला – सुह्रदय
२३०. जो मोक्ष चाहता है – मुमुक्षु
२३१. जिसकी मति प्रत्युपन्न है – प्रत्युपन्नमति
२३२. जिसकी बुद्धि कुश के अग्र की तरह पैनी है – कुशाग्रबुद्धि
२०८. जन्म भर या जन्म से लेकर – आजन्म
२०९. कष्ट से सिद्ध होने वाला – कष्टसाध्य
२१०. अत्यधिक वृष्टि – अतिवृष्टि
२११. उपकार के प्रति किया गया उपकार – प्रत्युपकार
२१२. दिन पर दिन – दिन प्रतिदिन
२१३. अपने देश में बना हुआ – स्वदेशी
२१४. सौ बर्षों का समाहार – शताब्दी
२१५. एक हज़ार बर्षों का समाहार – सहस्राब्दी
२१६. जन्म से सौ वर्ष बीत जाने पर मनाया जाने वाला उत्सव – जन्मशती
२१७. अक्षर – अक्षर करके या मिलता हुआ – अक्षरश :
२१८. सौ में से सौ – शतप्रतिशत
२१९. जिसका मन किसी अन्य ओर है – अन्यमनस्क
२२०. जो पंचाल देश की है – पांचाली
२२१. द्रुपद की पुत्री – द्रौपदी
२२२. जो यान जल में चलता है – जलयान
२२३. जो यान वायु में चलता है – वायुयान
२२४. जो पुरुष लोहे की तरह बलिष्ठ है – लौहपुरुष
२२५. जो परदे में रहे – पर्दानशीन
२२६. पुरूषों में सबसे उत्तम – पुरषोत्तम
२२७. वह देश जहाँ नदी ही माता हो – नदीमातृक
२२८. जो सबसे आगे ले चलता है – अग्रणी
२२९. सुन्दर ह्रदय वाला – सुह्रदय
२३०. जो मोक्ष चाहता है – मुमुक्षु
२३१. जिसकी मति प्रत्युपन्न है – प्रत्युपन्नमति
२३२. जिसकी बुद्धि कुश के अग्र की तरह पैनी है – कुशाग्रबुद्धि
२३३. वह मनुष्य जिसकी दृष्टि दूर तक जाय – दूरदर्शी
२३४. वह मनुष्य जिसकी दृष्टि सबको सामान भाव से देखे – समदर्शी
२३५. वह मनुष्य जिसकी स्त्री मर गयी है – विधुर
२३६. एक ही समय में वर्तमान – समसामयिक
२३७. वह जिसकी प्रतिज्ञा दृढ़ हो – दृढ़प्रतिज्ञ
२३८. जिसने चित्त किसी विषय में लगाया हुआ है – दत्तचित्त
२३९. मन से चाहा हुआ – इष्ट
२४०. किसी विषय को विशेष रूप से जानने वाला – विशेषज्ञ
२४१. आकाश चूमने वाला – गगनचुम्बी
२४२. अपनी इच्छा से दूसरों की सेवा करने वाला – स्वयंसेवक
२४३. जानने की इच्छा रखने वाला – जिज्ञासु
२४४. जो कानून के विरुद्ध है – अवैध
२४५. लोम खड़े करने वाला – लोमहर्षक
२४६. जिसकी पत्नी साथ है – सपत्नीक
२४७. जिसे पति छोड़ दे – परित्यक्ता
२४८. जो इस लोक में संभव न हो – अलौकिक
२४९. विलायत से लाया हुआ – विलायती
२५०. जो मन को हर ले – मनोहर
२५१. जो कला जानता हो – कलाविद।
२५२. जो सबको प्यार से देखें – प्रियदर्शी।
२५३. जो हमेशा खड्ग लेके खड़ा रहे – खड्गहस्त।
२५४. जो जन्म से अँधा है – जन्मांध।
२५५. जो चक्र धारण करता है – चक्रधर।
२५६. जो नष्ट होने वाला हो – नश्वर।
२५७. जो बहुत कठिनाई से मिलता है – दुर्लभ।
२५८. जो आसानी से मिलता है – सुलभ।
२५९. जो चिरकाल तक रहे – चिरस्थायी।
२६०. आँखों से सामने – प्रत्यक्ष
२६१. आँखों से परे – परोक्ष।
२६२. अपने परिवार के साथ – सपरिवार।
२६३. जो दूसरे से ईर्ष्या करता है – ईर्ष्यालु
२६४. जो शत्रु का नाश करता है – शत्रुघ्न
२३४. वह मनुष्य जिसकी दृष्टि सबको सामान भाव से देखे – समदर्शी
२३५. वह मनुष्य जिसकी स्त्री मर गयी है – विधुर
२३६. एक ही समय में वर्तमान – समसामयिक
२३७. वह जिसकी प्रतिज्ञा दृढ़ हो – दृढ़प्रतिज्ञ
२३८. जिसने चित्त किसी विषय में लगाया हुआ है – दत्तचित्त
२३९. मन से चाहा हुआ – इष्ट
२४०. किसी विषय को विशेष रूप से जानने वाला – विशेषज्ञ
२४१. आकाश चूमने वाला – गगनचुम्बी
२४२. अपनी इच्छा से दूसरों की सेवा करने वाला – स्वयंसेवक
२४३. जानने की इच्छा रखने वाला – जिज्ञासु
२४४. जो कानून के विरुद्ध है – अवैध
२४५. लोम खड़े करने वाला – लोमहर्षक
२४६. जिसकी पत्नी साथ है – सपत्नीक
२४७. जिसे पति छोड़ दे – परित्यक्ता
२४८. जो इस लोक में संभव न हो – अलौकिक
२४९. विलायत से लाया हुआ – विलायती
२५०. जो मन को हर ले – मनोहर
२५१. जो कला जानता हो – कलाविद।
२५२. जो सबको प्यार से देखें – प्रियदर्शी।
२५३. जो हमेशा खड्ग लेके खड़ा रहे – खड्गहस्त।
२५४. जो जन्म से अँधा है – जन्मांध।
२५५. जो चक्र धारण करता है – चक्रधर।
२५६. जो नष्ट होने वाला हो – नश्वर।
२५७. जो बहुत कठिनाई से मिलता है – दुर्लभ।
२५८. जो आसानी से मिलता है – सुलभ।
२५९. जो चिरकाल तक रहे – चिरस्थायी।
२६०. आँखों से सामने – प्रत्यक्ष
२६१. आँखों से परे – परोक्ष।
२६२. अपने परिवार के साथ – सपरिवार।
२६३. जो दूसरे से ईर्ष्या करता है – ईर्ष्यालु
२६४. जो शत्रु का नाश करता है – शत्रुघ्न
२६५. जो मांस का आहार करता है – माँसाहारी .
२६६. जो शाक का आहार करता है – शाकाहारी।
२६७. जो फ़ल का आहार करता है – फलाहारी।
२६८. कम भोजन करने वाला – अल्पाहारी।
२६९. जो अपनी हत्या करता है – आत्मघाती।
२७०. निशा में विचरण करने वाला – निशाचर।
२७१. जो नभ में चलता है – नभचर।
२७२. गृह बसाकर रहने वाला – गृहस्थ
२७३. जो द्वार का पालन करता – द्वारपाल
२७४. जो प्रिय बोलता है – प्रियवादी।
२७५. बिना वेतन के – अवैतनिक।
२७६. बिना अंकुश का – निरंकुश
२७७. जो व्याकरण जानता है – वैयाकरण
२७८. ह्रदय को विदीर्ण करने वाला दृश्य – ह्रदय विदारक
२७९. समान उम्र वाला – समवयस्क
२८०. बहुत सी भाषाओँ को जानने वाला – बहुभाषाविद
२८१. जो शोक करने योग्य नहीं है – अशोच्य
२८२. कठिनाई से समझने योग्य – दुर्बोध
२८३. जो बुरी लतों में लीन है – विषयासक्त
२८४. जो पर के अधीन है – पराधीन
२८५. जो अत्यंत कष्ट से निवारित किया जा सके – दुर्निवार
२८६. परदेश में रहने वाला – प्रवासी
२८७. जो देखा नहीं जा सकता – अदृश्य
२८८. प्रतिकूल पक्ष का – विपक्षी
२८९. सहन करना जिसका स्वभाव है – सहनशील
२९०. जो मृत्यु के समीप हो – मरणाशन्न
२९१. जो नाटा है – नाटा
२९२. जो वर्णन से परे है – वर्णनातीत
२६६. जो शाक का आहार करता है – शाकाहारी।
२६७. जो फ़ल का आहार करता है – फलाहारी।
२६८. कम भोजन करने वाला – अल्पाहारी।
२६९. जो अपनी हत्या करता है – आत्मघाती।
२७०. निशा में विचरण करने वाला – निशाचर।
२७१. जो नभ में चलता है – नभचर।
२७२. गृह बसाकर रहने वाला – गृहस्थ
२७३. जो द्वार का पालन करता – द्वारपाल
२७४. जो प्रिय बोलता है – प्रियवादी।
२७५. बिना वेतन के – अवैतनिक।
२७६. बिना अंकुश का – निरंकुश
२७७. जो व्याकरण जानता है – वैयाकरण
२७८. ह्रदय को विदीर्ण करने वाला दृश्य – ह्रदय विदारक
२७९. समान उम्र वाला – समवयस्क
२८०. बहुत सी भाषाओँ को जानने वाला – बहुभाषाविद
२८१. जो शोक करने योग्य नहीं है – अशोच्य
२८२. कठिनाई से समझने योग्य – दुर्बोध
२८३. जो बुरी लतों में लीन है – विषयासक्त
२८४. जो पर के अधीन है – पराधीन
२८५. जो अत्यंत कष्ट से निवारित किया जा सके – दुर्निवार
२८६. परदेश में रहने वाला – प्रवासी
२८७. जो देखा नहीं जा सकता – अदृश्य
२८८. प्रतिकूल पक्ष का – विपक्षी
२८९. सहन करना जिसका स्वभाव है – सहनशील
२९०. जो मृत्यु के समीप हो – मरणाशन्न
२९१. जो नाटा है – नाटा
२९२. जो वर्णन से परे है – वर्णनातीत
२९३. भविष्य में होने वाला – भावी
२९४. जो तालाब में जन्मता है – सरोज
२९५. जो पूर्व में था या हुआ ,पर अब नहीं है – भूतपूर्व
२९६. बहुत बढ़ा चढ़ा कर बात की जाय – अतिशयोक्ति
२९७. जो नहीं हो सकता – असंभव
२९८. मधुर भाषण करने वाला – मधुरभाषी
२९९. जो मुक़दमा लड़ता रहता है – मुक़दमेबाज़
३००. जो देने योग्य है – देय
३०१. भाग्य पर भरोसा करना – विधिवाद
३०२. पुराने भवनों की मरम्मत – जीर्णोद्धार
३०३. अपने देश से दूसरे देश में जाकर रहने वाले – प्रवासी
३०४. जिसके समान दूसरा कोई न हो – अनन्य
३०५. बदले से प्रेरित प्रहार – प्रत्याघात
३०६. जो सत्य ,चेतन और आनंदी है – सच्चिदानंद
३०७. वंदना करने योग्य – अचिन्त्य
३०८. निरंतर रहने वाला – शश्वत
३०९. रक्षा करने वाला – रक्षक
३१०. मोहमाया में फँसा – ममतारत
२९४. जो तालाब में जन्मता है – सरोज
२९५. जो पूर्व में था या हुआ ,पर अब नहीं है – भूतपूर्व
२९६. बहुत बढ़ा चढ़ा कर बात की जाय – अतिशयोक्ति
२९७. जो नहीं हो सकता – असंभव
२९८. मधुर भाषण करने वाला – मधुरभाषी
२९९. जो मुक़दमा लड़ता रहता है – मुक़दमेबाज़
३००. जो देने योग्य है – देय
३०१. भाग्य पर भरोसा करना – विधिवाद
३०२. पुराने भवनों की मरम्मत – जीर्णोद्धार
३०३. अपने देश से दूसरे देश में जाकर रहने वाले – प्रवासी
३०४. जिसके समान दूसरा कोई न हो – अनन्य
३०५. बदले से प्रेरित प्रहार – प्रत्याघात
३०६. जो सत्य ,चेतन और आनंदी है – सच्चिदानंद
३०७. वंदना करने योग्य – अचिन्त्य
३०८. निरंतर रहने वाला – शश्वत
३०९. रक्षा करने वाला – रक्षक
३१०. मोहमाया में फँसा – ममतारत
हिंदी व्याकरण
हिन्दी वर्णमाला | भाषा ,लिपि और व्याकरण | संज्ञा | सर्वनाम | वचन | लिंग | क्रिया | विशेषण | कारक | काल | समास | अलंकार | पर्यायवाची | क्रियाविशेषण | विलोम शब्द | समुच्चयबोधक | सम्बन्धबोधक | विस्मयादिबोधक अव्यय | अनेक शब्दों के एक शब्द | प्रत्यय | हिंदी संख्या | मुहावरे | संधि | उपसर्ग |
समरूप भिन्नार्थक शब्द | अव्यय | तत्सम और तद्भव शब्द | रस | छंद